इतिहास
कैथल हरियाणा का एक एतिहासिक शहर है | पुराणों के अनुसार इसकी स्तापना युधिष्ठर ने की थी | इसे राम भक्त हनुमान का जन्म स्थल भी माना जाता है, इसीलिए इसे कपिल स्थल के नाम से भी जाना जाता है | भारतीय इतिहास के अनुसार यह भारत की प्रथम महिला शासक रजिया सुल्तान के साम्राज्य का भग था | 13 नवम्बर, 1240 को रजिया यहीं पर मृत्यु को प्राप्त हुई | मृत्यु के बाद उन्हें यहीं पर दफना दिया गया और आज भी उसकी कब्र यहाँ पर मोजूद है | रजिया सुल्तान की मृत्यु के पश्चात यहाँ पर कई सिख शासको ने भी शासन किया | भाई उदय सिंह यहाँ के अंतिम शासक थे |
स्थिति :
यह जिला हरियाणा के मध्य-उत्तर में स्थित है | इसके पूर्व में उत्तर व
पश्चिम में पंजाब राज्य, पूर्व में करनाल और दक्षिण में जींद जिला है |
स्थापना : 01 नवम्बर, 1989 को अस्तित्व में आया
क्षेत्रफल : 2,317 वर्ग किमी
जनसँख्या(2011) : 9,44,631
जनसँख्या(2011) : 9,44,631
प्राचीन नाम : कपिल स्थल
सडकों की कुल लम्बाई : 1,807
विकास दर : 13.55%
लिंग अनुपात : 887
साक्षरता : 69.2%
घनत्व : 463
विकास दर : 13.55%
लिंग अनुपात : 887
साक्षरता : 69.2%
घनत्व : 463
मुख्यालय : करनाल
उप-मण्डल : कैथल, गुलहा और कलायत
तहसील : कैथल, पुण्डरी, कलायत व गुलहा
उप-तहसील : सीवन, व राजोंद
खण्ड : कैथल, पुण्डरी, गुहला-चीका, कलायत, डाणड , सिवान व राजोंद
नदियाँ : घग्घर व सरस्वती
प्रमुख फसलें : गन्ना, चावल, गेंहू, तिलहन और कपास
प्रमुख उद्योग : चीनी, हथकरघा व कृषि उपकरण आदि
प्रमुख नगर : कैथल, चीका, कलायत व पुण्डरी
प्रमुख रेलवे स्टेशन : कैथल
काश्तकार : 31.93%
खेतिहर मजदूर : 10.88%
पारिवारिक उद्योग : 1.21%
पर्यटन स्थल :
बाबा पुण्डरक, गुरुद्वारा मंजी साहिब व नीम साहिब, नवग्रह कुण्ड, ग्यारह
रूद्री मंदिर, रजिया सुल्तान की कब्र, अंजनी का टीला और बाबा लुदाना
प्रमुख मेले : पुण्डरक का मेला व फाल्गू का मेला
विशेष : आर के एस डी कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी
Official Website : www.kaithal.gov.in
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